Beta Alanine Ke Fayde: बीटा एलानिन : फायदे और नुकसान

आजकल के एथलीट और बॉडीबिल्डर कई तरह के सप्लीमेंट इस्तेमाल कर रहे हैं। ज्यादातर धावक और लंबी दूरी की दौड़ के लिए कुछ सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है। इनमें से एक सप्लीमेंट है बीटा एलानिन (Beta Alanine)  

आजकल बीटा एलानिन (Beta Alanine) बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। हो सकता है कि आपने इसके बारे में पहले ना सुना हो तो आज हम इस लेख में Beta Alanine के बारे में बात करेंगे क्योंकि आजकल इसका सेवन एथलीटों के अलावा बॉडीबिल्डिंग में भी किया जा रहा है। 

क्या है बीटा एलानिन : What is Beta Alanine 

बीटा एलानिन (Beta Alanine)  एक नॉन एसेंशियल अमीनो एसिड है जो कि हमारी बॉडी खुद ही बना लेती है। पहले यह ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाता था, लेकिन आजकल बॉडीबिल्डिंग इंडस्ट्री में स्टेमिना बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है।

अगर आप अलग से इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको अलग से भी मिल जाएगा।पहले दौर पहले समय में बीटा एलानिन (Beta Alanine)  केवल लंबी रेस के दौड़ या फिर रनर्स को ही दिया जाता था

यह मसल ग्रोथ और रिकवरी को प्रमोट करता है। इसके अलावा यह आपके मसल के थकान को दूर करता है। 

अगर बाकी सप्लीमेंट की बात करें तो बॉडी बिल्डर और रनर्स को कईतरह के प्रोटीन और अमीनो एसिड दिए जाते हैं जो कि रिकवरी में काफी  मदद करते हैं। 

बीटा एलानिन क्या काम करता है : Beta Alanine Work

यह एक नॉन एसेंशियल अमीनो एसिड है जोकि आजकल बॉडी बिल्डिंग में खूब इस्तेमाल किया जा रहा है। क्योंकि यह नॉन एसेंशियल अमीनो एसिड है। यह प्रोटीन  थिसिस करने का काम नहीं करता, लेकिन इसको लेने से काफी ज्यादा फायदा मिलता है। यह मसल में कार्नोसिन (Carnosine) को प्रमोट और करता है। 

beta alanine in hindi

कार्नोसिन (Carnosine) बॉडी में लैक्टिक एसिड नहीं बनने देता।और एक्सरसाइज के दौरान मांसपेशियों में दर्द नहीं होने देता। इसे आप अगर दौड़ में हिस्सा ले रहे हैं तो लंबी दूरी के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। 

यह रिकवरी में बहुत कम समय लेता है। इसी कारण यह रनर्स भी काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। 

मांसपेशियों में दर्द क्यों होता है : Muscle Pain Causes

जब हम एक्सरसाइज करते हैं या वकआउट करते हैं.गलाइकोज़न बॉडी को एक्सरसाइज के लिए ऑक्सीजन ऑक्सीकृत करता है। 

लेकिन ज्यादा टाइम एक्सरसाइज करने से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलती जिसके कारण ग्लाइकोजन लैक्टिक एसिड में बदल जाता है और मसल में लैक्टिक एसिड बनने लगता है। जिसके कारण मसल में अमोनिया का निर्माण होता है और मसल का पीएच (ph) लेवल भी कम हो जाता है।

पीएच(ph) के स्तर को कम होने से मसल में सिकुड़न होने लगती है और मसल जल्दी थकना शुरू हो जाते हैं. तो बीटा एलानिन (Beta Alanine)के इस्तेमाल से ऐसा नहीं होता। आप ज्यादा देर एक्सरसाइज कर पाते हैं और एनर्जेटिक रहते हैं। 

young man doing workout

बेटा एलेनाइन के ऊपर कई तरह की रिसर्च भी हुई है जिनमें यह पाया गया है कि अगर साइकिल चलाने वालों को 4 हफ्ते की खुराक दी जाए तो उनकी 13% तक परफॉर्मेंस बढ़ जाती है। 

इसके अलावा यह रेजिस्टेंट ट्रेनिंग में भी मदद करता है और मसल की थकान को कम करता है। 

अगर आप वेट लॉस करना चाहते हैं तो आपको ज्यादा एक्सरसाइज करने की जरूरत पड़ती है तो फैट लॉस में भी यह काफी ज्यादा मददगार साबित होता है। 

बीटा एलानिन की खुराक :Beta Alanine Dosage

अगर आप मांसाहारी हैं, चिकन इत्यादि खाते हैं तो आपको beta-alanine मांस से ही मिल जाता है। आपको एक्स्ट्रा लेने की जरूरत नहीं पड़ती। अगर आप शाकाहारी हैं तो आप बेटा एलेनाइन का सप्लीमेंट इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी डेली डोस 2 से 5 ग्राम की निर्धारित की गई है। 

इसे आप कोई भी ट्रेनिंग या फिर जिम में एक्सरसाइज से 10 से 15 मिनट पहले ले सकते हैं। अगर आपके प्री वर्कआउट में beta-alanine उपलब्ध है तो आपको एक्स्ट्रा लेने की कोई जरूरत नहीं है। 

बीटा एलानिन के साइड इफेक्ट : Beta Alanine Side Effects

अभी तक बीटा एलानिन (Beta Alanine) के कोई भी साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिले। फिर भी इसी ज्यादा डोज़ लेने से आपके चेहरे गर्दन, हाथ इत्यादि में झुनझुनाहट हो सकती है और कुछ लोगों का मुंह लाल हो जाता है। जिससे उन्हें लगता है कि कोई साइड इफेक्ट हो गया है परंतु ऐसा नहीं है। 

बीटा एलानिन (Beta Alanine) लेने से आपकी हार्ट बीट पर बढ़ जाती है तो इसलिए कभी भी जिम में एक्सरसाइज के बाद या फिर रनिंग के बाद beta-alanine लेने से बचना चाहिए।


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