Safed Musli :फायदे, नुक्सान और उपयोग

भले ही आज कई लोग अंग्रेजी दवाओं और इलाज पर निर्भर हों, फिर भी कभी न कभी आयुर्वेद का सहारा ज़रूर लेते हैं। आयुर्वेद में कई जड़ी बूटियां हैं और उन्हीं में से एक है सफ़ेद मूसली। सफेद मूसली एक प्रकार की औषधि है। सफेद मूसली को आयुर्वेद की दुनिया में चमत्कार माना जाता है। इसे इस्तेमाल करनें से पहले आप यह जान लें कि सफेद मूसली खाने की विधि क्या है?
सफेद मूसली एक प्रकार का पौधा है, जिसके भीतर सफेद छोटे फूल मौजूद होते हैं। यह बहुत सी बिमारियों के इलाज में कारगार साबित हुआ है। इसके अलावा इसे दुसरे पदार्थों के साथ मिलाकर भी औषधि तैयार की जाती है।

मुख्य रूप से सफेद मूसली का प्रयोग सेक्स सम्बन्धी रोगों के लिए किया जाता है। मर्दों में शुक्राणुओं की कमी होनें पर इसका प्रयोग किया जाता है।

सेक्स ड्राइव बढ़ाने और यौन कमजोरी को दूर करने में काफी उपयोगी है। यह यौन अंगों को जवान व स्वस्थ रखता है और अच्छा शुक्राणु के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है। यह मनुष्य के शरीर को यौन शक्ति की धारा से प्रवाहित कर यौन अनुभव को यादगार बना देता है|

safed musli benefits

सफेद मूसली दे यौन विकार से राहत

कम शुक्राणु और इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार में भी प्रयोग किया जाता है। यह वीर्य उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में भी सुधार लता है। इस तरह यह आदमी की नपुंसकता का भी अच्छा इलाज हैं।

महिलाओं और पुरुषों को यौन विकार

बांझपन का आयुर्वेदिक उपचार है सफेद मूसली बांझपन एक औरत या फिर पुरुष के लिए किसी श्राप से कम नहीं होता है। सफेद मुसली प्राचीन युग से ही इस श्राप को दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह बांझपन के कारणों या यौन विकारों को जड़ से मिटा देता है और गर्भ धारण में सहायता करता है।

गर्भावस्था का आयुर्वेदिक इलाज है सफेद मूसली एक प्रबल पोषक टॉनिक है और गर्भावस्था के दौरान जच्चाऔर बच्चा दोनों को ही सेहतमंद रखता है। यह गर्भावस्था के बाद भी अत्यंत फलप्रद है और माँ को सारे खोए हुए तत्व एवं धातु को लौटा कर उसके शरीर को फुर्ती से भर देता है। यह स्तन के दूध के उत्पादन की मात्रा और गुणवत्ता में भी सुधार लाता है।

सफेद मूसली के लाभ – Benefits of white Musli

  1. यह मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और तनाव और अवसाद से निपटने में मदद करता है।
  2. महिलाओं के लिए यह जड़ी बूटी योनि के सूखापन से छुटकारा पाने में मदद कर सकती है।
  3. यह स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी उपयोगी है क्योंकि यह दूध की गुणवत्ता में सुधार करती है।
  4. प्रदर रोग का इलाज है* सफेद मूसली प्रदर स्त्रियों में एक बहुत ही आम विकार है जिसमें उनकी योनि से सफेद व बदबूदार प्रदार्थ निकलता है। सफेद मूसली प्रदर से भी राहत दिलाने में सहायक है, चाहे वो सालों पुराना ही क्यूँ ना हो।
  5. इसका उपयोग बॉडी बिल्डिंग के लिए हेल्थ सप्लीमेंट के रूप में भी किया जाता है।
  6. थकान और कमजोरी के लिए: चीनी के साथ सफेद चीनी (गन्ना ब्राउन शुगर) थकान को कम करने में मदद करता है और शरीर को ताकत ता है।
  7. वजन बढ़ाने के लिए: वजन बढ़ाने के लिए आप इसे दूध के साथ ले सकते हैं। मोटापा घटाने में यह फालतू वसा को बाहर का रास्ता दिखता है और शरीर का मोटापा घटाने में मदद करता है।
  8. नाइटलाइफ़ के उपचार के लिए: यदि रोगी को रात में उत्सर्जन के बाद कमजोरी, पीठ दर्द और शक्ति या ऊर्जा की कमी महसूस होती है, तो सफेद मूसली पाउडर का उपयोग कुछ हफ्तों के लिए चीनी के साथ किया जाना चाहिए। यह उपाय रात के उत्सर्जन की आवृत्ति को कम करने और शरीर को पुन: उत्पन्न करने में मदद करता है।
  9. स्तंभ दोष के उपचार के लिए: यह लिंग के ऊतकों को शक्ति देता है, कठोरता में सुधार करता है और दीर्घकालिक उत्सर्जन को बनाए रखने में मदद करता है। यह मुख्य रूप से शक्ति प्रदान करता है, परीक्षण पर काम करता है, हार्मोनल प्रोफाइल में सुधार करता है, और शुक्राणुजनन को प्रेरित करता है।
  10. हाइपोग्लाइसीमिया के लिए: यह सूक्ष्मजीवों के उपचार के लिए बहुत उपयोगी है और गिनती, मात्रा, द्रवीकरण समय और गतिशीलता में सुधार करता है। यह सीरम टेस्टोस्टेरोन के स्तर और वृषण में सुधार करता है।
  11. गठिया और जोड़ों के दर्द के लिए: इसमें अनुत्पादक गुण होते हैं, जो गठिया में संयुक्त सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

सफेद मूसली के नुकसान – Side Effects of Safed Musli in Hindi

हर चीज़ के फ़ायदे और नुकसान दोनों होते हैं। इसलिए, सफ़ेद मूसली के भी फ़ायदे के साथ कुछ नुकसान भी हैं। नीचे हम ऐसे ही कुछ नुकसानों के बारे में आपको बता रहे हैं।
* पचने में वक़्त लगता है, इसलिए पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ सकता है।
* कब्ज़ की परेशानी हो सकती है।
* भूख कम हो सकती है।
* इसकी तासीर ठंडी होती है, इसलिए यह कफ की परेशानी को बढ़ा सकता है।
* त्वचा संबंधी एलर्जी हो सकती है।
* त्वचा पर खुजली के छल्ले
* जी मिचलाना

सफेद मूसली खाने के तरीके – How to Eat Safed Musli in Hindi

इसका सेवन करने से हमें फायदा हो, इसके लिए यह जानना ज़रूरी है कि इसकी कितनी ख़ुराक ली जाए। इसकी खुराक व्यक्ति की उम्र और शरीर पर निर्भर करता है।

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